Tuesday, October 18, 2016

फूल



इन फूलों को तो देखो
क्या रंग है ,क्या खशबु है, क्या बनावट है
पूरी कायानात की तस्वीर है 
यह बोलते नही फिर भी सब कुछ कह देते हैं 
एक बेजान इन्सान मे जान भर देते हैं ।
इन की ओर नज़र लगा कर तो देखो 
इन को प्यार से सलाह कर तो देखो
इन को शिवलिंग पर चढ़ा कर तो देखो
फिर तुम भी इन जैसे हो जाओगे ।
चारों तरफ़ ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ होंगी 
उनकी महक में खो जाओगे
इस सृष्टि का क़र्ज़ अदा कर दोगे
ब्रह्मा विष्णु और महेशमे मिल जाओगे।
------- मधुर---------

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