पलकों में बिठाना था , दिल में बसा लिया ।
शुक्रिया आप का ................
बहते थे अश्रु दिन रात ,हँसना सीखा दिया ।
शुक्रिया आप का ................
प्यासी थी सदीयौं से मैं , सागर मिला दिया ।
शुक्रिया आप का ...................
भटकी थी राहों मे मैं ,मंज़िल दिखा दिया ।
शुक्रिया आप का ....................
ज़रा था इस धरा का , सीने से लगा लिया ।
शुक्रिया आप का ...................
पलकों पे बिठाना था दिल में बसा लिया
शुक्रिया आप का, शुक्रिया आप का ।
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