Poems by Madhur Gupta (मधुर का कविता संग्रह )
Wednesday, April 15, 2015
दिवानी
दिवानी बना दिया प्यार ने तेरे
दिन के उजालों मे भीदेखती हुँ तारे
रातों को नाचती हुँ संग मैं तेरे
ओ चंदा जुहीं चमकते रहना पूनम
की तरह
जब तक जाँ मे जाँ है मेरे
.......मधुर.......
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