Thursday, April 16, 2015

फूलो की दासता







इन फुलों को तो देखो
क्या रंग है क्या खशबु है
पूरी कायनात की तस्वीर है,
यह बोलते नही 

फिर भी सब कुछ कह देते हैं,

एक बेजान इन्सान को
जान दे देते हैं,

इनकी और नज़र लगा कर तो देखो

इनको प्यार से सलाह कर तो देखो
इनको शिवलिंग पर चढ़ा कर तो देखो
फिर तुम भी इन जैसे हो जायोगे,
चारों तरफ़ ख़ुशियाँ ही ख़ुशीया होंगी
उनकी महक मे खो जायोगे,
इस सृष्टि का क़र्ज़ अदा कर पायोगे

ब्रह्म विष्णु और महेश में मिल जाओगे।--


----------मधुर

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